नाज सिद्दीकी
नई दिल्ली। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी के नेतृत्व में शुक्रवार को एक प्रतिनधिमंडल दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल से मिलकर स्कूल मेनेजमेंट कमेटी द्वारा विज्ञान भवन में आयोजित तीन दिवसीय सम्मेलन पर तुरन्त रोक लगाने व स्कूल मेनेजमेंट कमेटी को भंग करने तथा दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश अध्यक्ष के साथ नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता, प्रदेश महामंत्री कुलजीत सिंह चहल, रविन्द्र गुप्ता, श्री राजेश भाटिया, विधायक ओम प्रकाश शर्मा, जगदीश प्रधान, कपिल मिश्रा के अवाला अन्य लोग समिल्लित थे।
उप राज्यपाल अनिल बैजल से मिलने के बाद मनोज तिवारी ने कहा कि शिक्षा के नाम पर राजनीति करने वाली दिल्ली सरकार को शिक्षा का राजनीतिकरण नहीं करने दिया जायेगा। लोकसभा चुनाव के बाद अरविन्द केजरीवाल की राजनीतिक जमीन पूरी तरह से खिसक गई है जिसे दोबारा बचाने के लिए वह गलत हथकंडे अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है जिसके कारण उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि अपने खिसकते जनाधार को कैसे बचायें।
तिवारी ने कहा कि एसएमसी की बैठक में आये अभिभावकों एवं अध्यापकों को आगामी विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी आप के पक्ष में मतदान करने की कसम खिलाई जा रही है, उनसे यह पूछा जा रहा है कि लोक सभा चुनाव में आप लोगों ने आप को वोट क्यों नहीं दिया, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को वोट क्यों दिया, क्या आने वाले चुनावों में केजरीवाल को वोट देंगे, आप लोग वाद करकें कि विधानसभा चुनाव में केवल केजरीवाल को ही वोट देंगे।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल द्वारा इस तरह के सवाल पूछा जाना यह साबित करता है कि (आप) का जनाधार पूरी तरह से दिल्ली में खत्म हो चुका है। पार्टी में भगदड़ मच गई है जिसे रोकने के लिए केजरीवाल हर हथकंडा अपना रहे हैं, लेकिन दिल्ली की जनता लोकसभा चुनाव की तरह ही आने वाले विधानसभा चुनाव में भी (भाजपा) के साथ पूरी तरह खड़ी है।
मुख्यमंत्री को शिक्षा का राजनीतिकरण नहीं करने दिया जायेगा: मनोज तिवारी