डिजिटल पेमेंट से बढ़ेगी विकास की रफ्तार

नई दिल्ली (वेबवार्ता)। भारत में डिजिटल पेमेंट के उपयोग को गति व बढ़ावा देने के लिए मास्टरकार्ड एवं पेस्विफ ने एक सामरिक गठबंधन किया है, जो देष के सबसे बड़े आठ शहरों के अलावा अन्य शहरों में भी गैरपारंपरिक वितरण चौनलों के बीच कम खर्च के भुगतान समाधानों के उपयोग को बढ़ावा देगा। इस गठबंधन का मूल एक सहज मोबाइल एप्लीकेशन, पेस्विफ की सेट है। इसके द्वारा ग्राहक एवं बिजनेस के मालिक क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड, ई-वॉलेट,ई-पेमेंट लिंक, यूपीआई,भारत क्यूआर,मल्टी-बैंक ईएमआई आदि सहित 60 से ज्यादा पेमेंट विकल्पों के माध्यम से पेमेंट स्वीकार कर सकते हैं। इस एप्लीकेशन को गूगल प्लेस्टोर एवं एप्पल ऐपस्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।
पेस्विफ सेट एवं मास्टरकार्ड के साथ साझेदारी के बारे में प्रीति शाह, को-फाउंडर ने कहा पेस्विफ पर हमारा निरंतर प्रयास है कि हम उद्योग की समस्याओं को संबोधित कर इनोवेटिव एवं यूजर- फ्रेंडली समाधानों का विकास कर पेमेंट की लेन-देन को सुगम बनाएं। सेट इस उद्देश्य को पूरा करने का एक प्रयास है। इससे व्यक्तिगत बिजनेस के मालिक, छोटे रिटेल स्टोर, कैब ड्राईवर, क्विक सर्विस रेस्टोरैंट एवं अनेक अन्य बिजनेस डिजिटल पेमेंट स्वीकार करने के लिए प्रोत्साहित होंगे। हम इन लोगों को औपचारिक अर्थव्यवस्था से जोडने एवं उनकी वृद्धि के नए माध्यम विकसित करने के उद्देश्य से मास्टरकार्ड के साथ साझेदारी करने के लिए उत्साहित हैं। राजीव कुमार, सीनियर वाईस प्रेसिडेंट, मार्केट डेवलपमेंट, साउथ एशिया, मास्टरकार्ड ने कहा मर्चेंट एवं छोटे बिजनेस के मालिक भारत की कैश-टू-डिजिटल यात्रा के महत्वपूर्ण अंग हैं। मास्टरकार्ड का उद्देष्य पूरे देश, खासकर छोटे शहरों एवं गांव के मर्चेंट्स को डिजिटल पेमेंट स्वीकार करने वाले बुनियादी ढांचे द्वारा सशक्त बनाना है। पेस्विफ के साथ मास्टरकार्ड की साझेदारी इस यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम है।