दुजाना भाटी गिरोह का शार्प शूटर चढ़ा पुलिस के हत्थे

अपराध संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कुख्यात बदमाश अनिल दुजाना-रणदीप भाटी गिरोह के शार्प शूटर को तमिलनाडु के वेल्लोर से गिरफ्तार किया है। पुलिस के हत्थे चढ़ा शार्प शूटर अरविंद कुमार गाजियाबाद के खोड़ा कॉलोनी के आजाद विहार का रहने वाला है। उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित है। दिल्ली और यूपी पुलिस को 11 आपराधिक मामलों में उसकी तलाश थी।
स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया कि हत्या के प्रयास के एक मामले में अशोक नगर थाना पुलिस को अरविंद की तलाश थी। आरोपित ने अशोक नगर में अरविंद और उसके साथियों ने संदीप नागर को गोलियां मारी थी। 2013 में अनिल दुजाना गैंग के बदमाशों ने चमन भाटी की हत्या गौतमबुद्ध नगर के दनकौर थाना क्षेत्र में की थी। संदीप नागर चमन भाटी का भतीजा है। हत्या के मामले में संदीप के चश्मदीद गवाह होने के कारण उसकी हत्या का प्रयास किया गया था। इस मामले में अरविंद पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। डीसीपी के अनुसार उसकी तलाश में स्थानीय पुलिस के अलावा स्पेशल सेल की टीम भी लगी थी। इस दौरान इस टीम को सूचना मिली कि अरविंद इस समय तमिलनाडु के वेल्लोर में छिपा हुआ है। सूचना के आधार पर पुलिस टीम को वेल्लोर रवाना किया गया। वहां जानकारी जुटाने के बाद अरविंद को वेल्लोर किले के पास से गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में अरविंद ने बताया कि 2013 में अरविंद ने अपने साथी के साथ मिलकर रंजिश के चलते संतोष गुप्ता की हत्या की थी। इस मामले में वह दो वर्ष जेल में रहा। जमानत पर आने के बाद वह अनिल दुजाना-रणदीप भाटी गैंग से जुड़ गया। पिछले पांच वर्ष से वह लगातार गैंग के लिए काम कर रहा है। संदीप नागर को मारने के लिए अरविंद ने दो लाख रुपये की सुपारी ली थी। अशोक नगर में संदीप पर गोलियां चलाने के बाद जब अरविंद अपने साथियों के साथ भाग रहा था तो उसने पुलिस से बचने के लिए अलीगढ़ के टप्पल में पुलिस पर फायरिंग भी की थी। पुलिस अब उससे पूछताछ कर गिरोह से जुड़े अन्य बदमाशों के बारे में जानकारी जुटा रही है।