नजमा अख्तर बनीं जामिया मिलिया इस्लामिया की पहली महिला वीसी

कार्यालय संवाददाता
नई दिल्ली। नजमा अख्तर को जामिया मिलिया इस्लामिया की नई वाइस चांसलर नियुक्त किया गया है। इतिहास में ऐसा पहली बार है जबकि विश्वविद्यालय में पहली बार किसी महिला को वाइस चांसलर बनाया गया है। इस नियुक्ति के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय से मिले प्रस्ताव को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपनी स्वीकृति दे दी है।
मंत्रालय ने जामिया मिलिया इस्लामिया (दिल्ली), महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी (मोतिहारी, बिहार) और महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय (वर्धा महाराष्ट्र) के वाइस चांसलर की नियुक्त के लिए राष्ट्रपति को कुल 9 नाम (हर यूनिवर्सिटी के लिए 3 नाम) भेजे थे। केंद्रीय विश्वविद्यालय के विजिटर के तौर पर राष्ट्रपति इन नामों को अपनी स्वीकृति देते हैं।
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, नजमा अख्तर को जामिया की वीसी जबकि संजीव शर्र्मा और रजनीश कुमार शुक्ला को क्रमशः मोतिहारी सेंट्रल यूनिवर्सिटी और वर्धा महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी के वीसी के तौर पर नियुक्त किया गया है।
खबरों के मुताबिक एचआरडी मंत्रालय ने जामिया के वीसी पद के लिए नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशनल प्लानिंग ऐंड एडमिनिस्ट्रेशन की नजमा अख्तर, सेक्रेटरी जनरल ऑफ असोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज के फरकान कमर और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी, दिल्ली के प्रफेसर एस.एम. इश्ताक के नाम भेजे थे।
बता दें कि मंत्रालय ने पहले ही वीसी पद की नियुक्ति प्रक्रिया के लिए चुनाव आयोग की अनुमति मांगी थी। आयोग ने मोदी सरकार को इन विश्वविद्यालयों में वाइस चांसलर्स की नियुक्ति की अनुमति दे दी थी।