केजरीवाल और ओवैसी सहित तमाम नेताओं ने की प्रज्ञा की कथित टिप्पणी की निंदा

मो. अनस सिद्दीकी
नई दिल्ली। मालेगांव बम धमाकों में आरोपित और भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर शुक्रवार को मुंबई आतंकी हमले में शहीद पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे पर यातना देने का आरोप लगाकर विपक्षी दलों के निशाने पर आ गईं। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी(आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेमहादुल मुस्लिमीन(एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी सहित तमाम नेताओ ने प्रज्ञा सिंह की कथित टिप्पणी की कड़ी निंदा की है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट संदेश में कहा भोपाल से भाजपा की लोकसभा उम्मीदवार प्रज्ञा ठाकुर द्वारा 26/11 के शहीद हेमंत करकरे पर की गई अपमानजनक टिप्पणियों की कड़े शब्दों में निंदा करने की जरूरत है। भाजपा अपना असली रंग दिखा रही है और उसे अब उसकी सही जगह दिखाई जानी चाहिए। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेलहादुल मुस्लिमीन(एआईएमआईएम) पार्टी के अध्यमक्ष एवं हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर कहा कि हेमंत करकरे की मृत्यु आतंकवादियों से लड़ते हुए हुई थी। वह इसलिए नहीं मरा क्योंकि एक आतंकवाद की आरोपी ने उनके बारे में बुरा महसूस किया और उन्हें शाप दिया। वह शख्स हमारे वोट देने और चुनाव कराकर सरकार चुनने के अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ते हुए शहीद हुआ था। आखिर भाजपा इस तरह देश के शहीदों का अपमान कैसे कर सकती है। ओवैसी ने साध्वी प्रज्ञा द्वारा चुनाव को धर्मयुद्ध करार दिए जाने पर भी सवाल खड़ा करते हुए कहा कि चुनाव चुनाव है, यह कोई धर्मयुद्ध नहीं है लेकिन भाजपा को यह कैसे पता चलेगा। वह रोजगार के सवाल से बचने के लिए हर चीज को धर्म व आस्था का प्रश्न बनाते हैं। आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि अशोक चक्र विजेता शहीद हेमंत करकरे पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाली प्रज्ञा ठाकुर के चुनाव लड़ने पर रोक लगाए चुनाव आयोग, आतंकी घटनाओं को अंजाम देने वाली प्रज्ञा को रोने धोने नाटक बंद करना चाहिए। कवि और राजनेता कुमार विश्वास ने भी ट्विटर पर प्रज्ञा ठाकुर के बयान वाला वीडियो जारी करते हुए लिखा कि मुंबई आतंकी हमले में आतंकवादियों से सीधे भिड़ने वाले शहीद हेमंत करकरे के बलिदान को उसके कर्मों की सजा बता रही हैं भोपाल-प्रत्याशी। वहीं, जो मंच पर बैठे हैं वो एक चुनावी हार-जीत के लिए, बेशर्मी से ताली बजा रहे हैं। देश के लिए वर्दी में शहीद हो चुके एक सिपाही के साथ ये सलूक।