कांग्रेस ने राफेल मामले के दस्तावेज दबाने के लिए रक्षा मंत्री का इस्तीफा मांगा

मो. अनस सिद्दीकी
नई दिल्ली। राफेल सौदे से संबंधित कुछ नए दस्तावेजों को आधार बनाये जाने पर केंद्र की प्रारंभिक आपत्ति को उच्चतम न्यायालय द्वारा ठुकराए जाने की पृष्ठभूमि में कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को कहा कि राफेल से जुड़े दस्तावेजों को चोरी हुआ बताकर दबाने की कोशिश करने के लिए रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और कुछ अन्य लोगों को इस्तीफा देना चाहिए। पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा, राफेल पर मोदी सरकार का झूठ पकड़ा गया है। सच्चाई सामने आ रही है और सब यही कह रहे हैं कि एक ही चैकीदार चोर है। उन्होंने दावा किया, तत्कालीन रक्षा सचिव ने रक्षा मंत्री को लिखा था कि प्रधानमंत्री कार्यालय का साथ-साथ समानांतर बातचीत उचित नहीं है।...जल्दबाजी इस बात की थी कि कुछ लोगों को फायदा पहुंचाया जाए। उन्होंने सवाल किया, यह कब होता है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रक्षा खरीद से जुड़ी टीम का हिस्सा होते हैं? किस आधार पर अजीत डोभाल बातचीत के लिए पेरिस गए थे? विमानों की आपूर्ति की समयसीमा संप्रग सरकार की तुलना में कम है? सिंघवी ने कहा, क्या रक्षा मंत्री और उन लोगों का इस्तीफा नहीं होना चाहिए जिन्होंने दस्तावेजों को चोरी हुआ करार देकर दबाने की कोशिश की है? रक्षा मंत्री द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर अदालती अवमानना का आरोप लगाए जाने पर पलटवार करते हुए सिंघवी ने कहा कि अगर वह आरोप लगा रही हैं तो अदालत के समक्ष जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राफेल मामले पर राहुल गांधी से बहस करनी चाहिए।